तृप्त होना भी है जरुरी , आज के इस दौर में लाख कमाओ लाख गवांओ , जिंदगी के इस दौर में | तृप्त हो तो सब कुछ है , अपने-आप में सौभाग्य है तृप्त होना है जरुरी , आज के इस दौर में || लाख रिश्ते जोड़ो तुम , समय पर काम एक भी न आते है आ गए अगर कभी तो एहसान तले दबाते है | इंसानियत जिंदा हो तो ये इंसानियत दिखाते है वरना तृप्त होना है जरुरी आज के इस दौर में || लाख गहनेे , लाख जेवर , लखपती कहलाते हैं लाख गाड़ी , लाख बंगलें समृद्ध भी बन जाते हैं | तृप्त नहीं होकर , वो खाक में मिल जाते हैं इसलिए " सोनी "तृप्त होना ही जरूरी ,आज के इस दौर में ||