अगर कर ना सको, खुद को तैयार
क्यों किसी को नीचा दिखाते हो?
अपनी वाहवाही के लिए क्यों,
किसी का वजूद मिटाते हो?
जब तुमने लिया था, हर तरफ का मज़ा
तब किसी ने पायी भरपूर सजा |
अपनी वाहवाही के लिए क्यों,
किसी का दामन चुराते हो?
जब तुम्हें ना थी किसी की खबर,
तब किसी ने लिया सबकी खबर|
क्यों किसी के किए -कराए पर,
पानी फेर देते हो?
अगर ना बना सकते हो, तुम अपना वजूद
अगर है तुममे धैर्य और विश्वास की कमी,
तो अपनी वाहवाही के लिए क्यों,
नहीं किसी का दामन थाम लेते हो?
अपनी वाहवाही के लिए क्यों
किसी का वजूद मिटाते हो?
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