मैं भी सुनते आ रही हूँ बचपन से,
"लोग क्या कहेंगे?"
अरे! "लोग क्या कहेंगे? "
आपने भी सुना होगा
"लोग क्या कहेंगे? "
खत्म होगा एक दिन ये कोरोना भी,
लेकिन "लोग क्या कहेंगे? "
कब आ रही है इसकी कोई वैक्सीन?
एक वायरस की तरह खाए जा रहा है |
लोगों का काम है कहना तो,
लोग ही कहेगें |
बस, अच्छे-बुरे का पहचान हो हममें|
सब हम ही सोच लें , "सोनी "
तो फिर "लोग क्या कहेंगे?"
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