मत करो तुम राजनीति ,
ऐसे तबाही के मंजर में |
एक बन कर तो दिखाओ ,
इस बर्बादी के मंजर में |
क्या करोगे सब समेट कर ?
जब अपने ही ना रहेंगे |
मत करो तुम कालाबाजारी ,
इस सुनामी के मंजर में |
देखो काल मुॅह खोल बैठा है ,
एक -एक कर बिछड़ रहे है |
"सोनी " को दर्द बहुत है , दुःख बहुत है
इस विनाश घड़ी के मंजर में |
शत्रु प्रबल है , सब विफल है
इस विष के मंजर में |
राष्ट्र बचाओ, सब हाथ बढ़ाओ
इस भयावह के मंजर में |
बनो अपने 'प्रधान 'की हिम्मत ,
इस संग्राम के मंजर में |
खुद को जगाओ , इंसानियत दिखाओ
इस बर्बादी के मंजर में |
Don't you do politics,
In the face of such devastation.
At least show it as one
In the wake of this ruin.
What will you do?
When you will not be on your own.
Do not do you black marketing,
In the wake of this tsunami.
Look, Kaal is sitting open,
- are splitting one by one.
"Sony" has a lot of pain, a lot of sorrow
In the face of this destruction clock.
Enemy is strong, all fail
In view of this poison.
Save the nation, raise your hands
In the face of this horror.
Dare to be your 'head',
In the context of this struggle.
Wake yourself up, show humanity
In the wake of this ruin.
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