हे ख़ुशी ! तुम क्यों चली गई ,
मैंने बनाई है एक लम्बी सूची
खैर , "सोनी " को भी नहीं है तुम्हें ढूंढने में रूची |
अगर ढूंढ भी लूं तुम्हें अगल -बगल कहीं
लेकिन ,तू है कि कहीं टिकती ही नहीं ||
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हे ख़ुशी ! तुम क्यों चली गई ,
मैंने बनाई है एक लम्बी सूची
खैर , "सोनी " को भी नहीं है तुम्हें ढूंढने में रूची |
अगर ढूंढ भी लूं तुम्हें अगल -बगल कहीं
लेकिन ,तू है कि कहीं टिकती ही नहीं ||
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