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Showing posts from February, 2021

संक्षिप्त नहीं हो पाता , विस्तार कर देती हूँ

 संक्षिप्त नहीं हो पाता, विस्तार कर देती हूंँ | कितना भी कोशिश करूं, मैं बातों को तिल से ताड़ कर देती हूंँ | ना संक्षिप्त कहना आता है ,ना  सुनना आता है  कुछ ऐसे भी हैं  , जिन्हें इनकार कर देती हूंँ |  हरदम बूढ़े -बुजुर्गों का जय - जयकार कर लेती हूंँ | बात ही होते हैं कुछ ऐसे ,जो तिल के लायक नहीं होते  उन्हीं बातों को अकसर तिल से ताड़ कर देती हूंँ |  ऐसे ही लोगों का परित्याग कर देती हूँ | बात करने का यह तरीका भी , कितना खूब भाता है  इसी तरह से , मैं विचार कर लेती हूँ |  ना जाने , कितने को दूर से पास कर लेती हूंँ | अकसर खुलकर नहीं बोलने से , बहुत से रिश्ते टूट  से जाते हैं  किसी का हमदर्द बनने के लिए , मैं विस्तार से सुनती हूंँ |  किसी का गम बाॅटने के लिए , मैं तैयार ही रहती हूंँ | आदत है विस्तार तो , विस्तार कर लेती हूंँ  अकसर मैं अपने कामों को , दिन से रात कर लेती हूंँ |  कभी-कभी तो खुद से तकरार कर लेती हूंँ | कहना होता है थोड़ा  , पर्याप्त कर लेती हूंँ  ना जाने क्यों , दूसरे का परवाह कर लेती हूंँ |  कभ...

जिस रिश्ते में एहसास ना हो , वो रिश्ता है क्या?

जिस रिश्ते में एहसास ना हो, वो रिश्ता ही क्या ? जिस रिश्ते में सांस ना हो , वो रिश्ता ही क्या ? जिस रिश्ते में आस ना हो, वो रिश्ता ही क्या  ? जिस रिश्ते में हंसी - मजाक ना हो, वो रिश्ता ही क्या  ? जिस रिश्ते में दिल के पास ना हो , वो रिश्ता ही क्या ? जिस रिश्ते में विश्वास ना हो, वो रिश्ता ही क्या  ? जिस रिश्ते में  मेल-भाव ना हो , वो रिश्ता ही क्या  ? जिस रिश्ते में अपने का भाव ना हो, वो रिश्ता ही क्या  ?  जिस रिश्ते में साथ ना हो ,वो रिश्ता ही क्या?  जिस रिश्ते में खास ना हो, वो रिश्ता ही क्या  ?  जिस रिश्ते में हाथ- में - हाथ ना हो, वो रिश्ता ही क्या  ?  जिस रिश्ते में एहसास ना हो, "सोनी" वो रिश्ता ही क्या  ?  What is the relationship in which there is no realization?  What is the relationship in which there is no breath?  What is the relationship in which there is no hope?  What is the relationship in which there is no laughing-joke?  What is the relationship that the heart does not have? ...

आखिर में "कर्म" अपना रंग दिखा ही देता है

 आखिर में "कर्म" अपना रंग दिखा ही देता है,  "कर्म प्रधान है" यह बता ही देता हैं| Finally, "karma" shows its color, "Karma is predominant".

स्वाभिमानी बनो क्योंकि, वह तुम्हें उठाने की औकात रखता है |

 स्वाभिमानी बनो क्योंकि,  वह तुम्हें उठाने की औकात रखता है | अहंकारी मत बनो क्योंकि,  वह तुम्हें गिराने की औकात जानता है | Be proud because,  He intends to raise you.  Don't be cocky because  He knows how to make you fall.

आजकल के रिश्ते

है कशमकश रिश्तो की, जिंदगी की महफिल में  कौन खोता है, कौन पाता है ?  कौन रोता है, कौन हंसता है ?  रिश्तों की आड़ में तड़पते देखा है | आजकल के रिश्ते, समझ ना आते हैं   न जाने किस बात से ये खफा होते हैं |  धीरे-धीरे इगो को बढ़ते देखा है ,  रिश्तो की आड़ में तड़पते देखा है | आजकल के रिश्ते ,ना संभाले जाते हैं  ये रिश्ते ना तोड़े जाते हैं | रिश्तो की आड़ में घसीटते देखा है ,  रिश्तो की आड़ में जगते देखा है | ना किसी के होने की खुशी ,  ना किसी के जाने का गम | फिर भी न जाने ,ये किस बात से व्यथित होते हैं  रिश्तो की आड़ में तड़पते देखा है | किसी के खुशी से दुखी ,  ना किसी को पहचानने में रुचि | न जाने ये क्या सोचते रहते हैं ? रिश्तो की आड़ में मतलबी होते देखा है | It is difficult for relatives, in life's meeting  Who loses, who gets?  Who cries, who laughs?  Have seen suffering in the guise of relationships.  Today's relationships don't make sense   Do not know why they are upset.   Iago is seen growing sl...

बसंत पंचमी

 है माघ शुक्ल बसंत-पंचमी का दिन,  होती मां की जय -जयकार | हे कला की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती,  तेरी महिमा अपरंपार | हे वीणापाणि !हे विद्यादाता!  तेरे से ही सूर भी आता | हे हंसवाहिनी! हे ज्ञानदायिनी!  बारंबार नमस्कार है |🙏🙏 हे शारदा !हे भारती ! हे शांति स्वरूपा ! मां भगवती तेरी कृपा की आस है | हे वागेश्वरी ! चारों वेदों की हो तुम ज्ञाता,  अज्ञानता हमारी दूर करो माता |    हे वीणापुस्तकधारिणी !हे श्वेतपद्मासना ! स्फटिक की माला लिए तुम सुशोभित | हे श्वेतांबरा !हे बुद्धिदायिनी ! तुमसे है जग में प्रसिद्धि | हे माँ, रख दो अपना हाथ"सोनी" के सर पर भी सफल हो जाएगा जीवन, इस मूढ़ अज्ञानी की | It is Magha Shukla Basant-Panchami day,  Hail to mother  O Goddess Saraswati, the founder of art  Your glory is uncompromising.  O VeenaPani! O scholar!  Sur also comes from you.  Hey Hanswahini  O Gyanadini!  Hello again and again. 🙏🙏  O Sharda! O Bharathi!  Hey Shanti Swaroopa!  Maa bhagwati  There ...

इस लेखनी का रंग जिस पर चढ़ जाऍ

 इस लेखनी का रंग जिस पर चढ़ जाऍ  ,  उसे तो बिना लिखे हुए चैन ना आए | किस तरह से छिप -छिप कर वह लिख पाऍ  ,  इस लेखनी का रंग जिस पर चढ़ जाऍ | इस व्यस्त दिनचर्या में समय "सोनी" निकाल पाए  ,  इस लेखनी का रंग जिस पर चढ़ जाऍ | इस लेखनी में जो खो जाऍ , वह तो अपनी दुनिया अलग ही बना पाऍ | है कला की देवी मां सरस्वती का यह वरदान  ,  इस लेखनी में जो सफल हो जाऍ |  इस लेखनी का रंग जिस पर चढ़ जाऍ ,  उसे तो बिना लिखे हुए चैन ना |   The color of this stylus, which climbs on it,  He did not come peacefully without writing.  How can he write secretly,  The color of this stylus to which it will climb.  In this busy routine, "Soni" was able to find time,  The color of this stylus to which it will climb.  Who gets lost in this pen,  He can make his world different.  This is the boon of Saraswati, the mother goddess of art,  Be successful in this pen.  The color of this stylus, which climbs on it, ...

ऊपर वाला सब देख रहा है सीसीटीवी में

 ऊपर वाला सब देख रहा है, सीसीटीवी में कुछ नेक काम कर ले बंदे, कुछ नेक काम कर ले | वरना पड़ेंगे डंडे ऊपर वाले से क्योंकि,  ऊपर वाला सब देख रहा है, सीसीटीवी में | अगर नहीं पड़ता है फर्क तो, मिलेगा स्वर्ग नहीं नर्क  क्योंकि ऊपर वाला सब देख रहा है, सीसीटीवी में | हॅस ले और हॅसा ले, किसी को मत रुला दे  क्योंकि ऊपर वाला सब देख रहा है, सीसीटीवी में | अपने पराए  में फर्क ना कर,जो मिल जाए उसकी मदद कर  क्योंकि ऊपर वाला सब देख रहा है, सीसीटीवी में | All the above is watching, in CCTV  Stop doing some noble work, do some noble work.  Otherwise, poles will have to be from the top because  The top one is watching, all in CCTV.  If it does not make a difference, you will get hell, not heaven  Because everyone above is watching, in CCTV.  Laugh and laugh, don't make anyone cry  Because everyone above is watching, in CCTV.  Do not make a difference in your stranglehold, help what you find  Because everyone above is watching, in C...

हर रिश्ते में कमी देखी हूंँ

 हर रिश्ते में कमी मैं देखी हूँ  ,  हर रिश्ते को सस्ते में बिकते हुए मैं देखी हूंँ |  हर रिश्ते में कांटे लगते मैं देखी हूंँ  ,  हर रिश्ते को मतलबी होते हुए मैं देखी हूंँ |  है कौन - सा रिश्ता जिसे मैं ना बदलते देखी हूँ ?  हर रिश्ते को थमते मैं देखी हूंँ  ,  हर रिश्ते को रुकते मैं देखी हूंँ  |  हर रिश्ते को नीचे गिरते मैं देखी हूंँ  ,  हर रिश्ते को उलझते मैं देखी हूंँ  | है कौन -सा रिश्ता जिसे मैं ना बदलते देखी हूंँ ?  हर रिश्ते में ना सुलझने वाला गांठ बनते मैं देखी हूंँ  ,  हर रिश्ते में कांटे पनपते मैं देखी हूंँ | हर रिश्ते में कली को फूल बनने से पहले टूटते हुए मैं देखी हूंँ ,  हर रिश्ते की जड़ को ना सींचते हुए मैं देखी हूंँ | है कौन - सा रिश्ता जिसे मैं ना बदलते देखी हूंँ  ?  हर रिश्ते को सूखे वृक्ष की तरह झड़ते हुए  मैं देखी हूंँ  ,  हर रिश्ते की टहनियों को कटते हुए मैं  देखी हूंँ  | हर रिश्ते को फलने - फूलने से पहले टूटते हए मैं देखी हूंँ  ,  क...

मलाल इसी बात का रह गया

 मलाल इसी बात का रह गया कि ,  कोई जगा न पाया मुझे | गिराना तो सब चाहा लेकिन , उठा ना पाया मुझे | गैरों का क्या! अपनों ने भी ठुकराया मुझे,  मलाल इसी बात का रह गया | जब भी उठने की कोशिश की,  धक्का दे दिया मुझे | तोड़ना 💔 तो सब चाहा लेकिन,  जोड़ ना पाया मुझे | "सोनी" को मलाल इसी बात का रह गया कि,  किसी से उम्मीद क्यों की मैंने ? अपने पैरों पर खड़े होकर अभी तक,  चलना क्यों नहीं सीखा मैंने ? मलाल इसी बात का रह गया | Malal is left with the fact that,  Nobody woke me up.  Everyone wanted to drop but  Could not lift me.  What about the people!  My own people also rejected me,  Malal remained the same.  Whenever I tried to get up,  Pushed me |  If you want to break it, everyone wants to,  I could not connect.  "Soni" Malal was left with the fact that,  Why did I expect anyone?  Standing on my feet yet,  Why didn't I learn to walk?  Malal remained the same.