मैं नारी हूँ , मैं नारी हूँ मैं दुर्गा , राधा , काली हूँ | मैं लक्ष्मी , सरस्वती , सीता हूंँ मैं भगवद् की गीता हूंँ | मैं नारी हूंँ , मैं नारी हूंँ || मैं गायत्री , सती , सावित्री , मैं धर्म की प्रणेता हूंँ | मैं शक्ति हूंँ , मैं रक्षक हूंँ मैं ही सृजनकर्ता हूंँ | मैं नारी हूंँ , मैं नारी हूंँ || मैं माँ , बहू ,बहन और बेटी हूंँ मैं लक्ष्मी स्वरूपा पत्नी हूंँ | मैं रूपवती , मैं गुणवती मैं ही तो सहनशक्ति हूंँ | मैं नारी हूंँ , मैं नारी हूंँ | | मैं अच्छी हूंँ , मैं अच्छी हूंँ देखो इधर , मैं सच्ची हूंँ | मैं ढाल हूंँ , मैं ढाल हूंँ मैं शत्रुओं की काल हूंँ | मैं नारी हूंँ , मैं नारी हूंँ | | मैं पूजा , अर्चना और साधना हूंँ मैं आरती और प्रेरणा हूंँ | मैं शांति हूंँ , मैं श्रद्धा हूंँ मैं ही तो समृद्धि हूंँ ...
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